geetgazal
वो बात अब कहाँ रही ।ल
वो बात अब कहाँ रही जो बात कभी थी पहले
गुंजाइश कहाँ बची है अब शिकवा शिकायत की ।
दो कदम ही सही साथ चले शुक्रिया हुजूर का
किस किस से जिक्र करते हम आपकी इनायत का ।
गुंजाइश कहाँ बची है अब शिकवा शिकायत की ।
दो कदम ही सही साथ चले शुक्रिया हुजूर का
किस किस से जिक्र करते हम आपकी इनायत का ।
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वो बात अब कहाँ रही ।ल
वो बात अब कहाँ रही ।ल